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प्रफुल्ल बिलोरे सफलता की कहानी:
MBA chai wala success story in Hindi: दोस्तों आपको मस्जिद कहानी के बारे में रूबरू करवाना चाहता हूं मुझे पता है उससे पहले आपको पता होगा एमबीए चायवाला के बारे में कहते हैं कुछ लाइफ में बड़ा करना चाहते हो तो उससे पहले आपको सोचना पड़ता है तभी आप कर पाते हैं और कुछ अचीव करना है तो एमबीए चायवाला की स्टोरी जरूर पढ़ें आज की इस स्टोरी में आपको यकीन हो जाएगा कि कुछ बड़ा करना है तो जरूरी नहीं कि आप बड़ा सा बड़ा कदम लो आप एक छोटे से कदम से आप अच्छे बड़े आदमी बन सकते हैं जैसे कि prafull billore ने चाय बेचकर अपनी खुद की जिंदगी बदल ली ।
MBA Chai Wala Biography In Hindi – MBA Chai wala success story in Hindi
नाम | प्रफुल्ल बिल्लोरे |
निक नेम | MBA चायवाला |
जन्म तिथि | 14 जनवरी 1996 ( मध्यप्रदेश, इंदौर ) |
उम्र | 25 साल ( 2021 के हिसाब से ) |
माता-पिता | इनके बारे में जानकारी उपलब्ध नहीं है. |
नेट-वर्थ | 5 से 6 करोड़ रुपए ( 2021 ) |
धर्म | बिल्लोरे |
Education Qualification | B.Com And MBA Dropout |
MBA Chai Wala Full Form | Mr. Billore Ahmedabad Chai Wala |
mba chai wala biography
अब चाय से याद आया कि हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी जो अभी हाल ही में कार्य कृत प्रधानमंत्री हैं जो कि उन्होंने वडनगर में चाय बेचकर अपनी जिंदगी बदली है और 24 साल की उम्र में चाय बेचकर प्रफुल्ल बिलोरे इन्होंने अपनी लाइफ में अचीव करने के लिए एमबीए की लगातार इन्होंने 3 साल तक ट्राई किया मगर हर बार वह खेल रहे ऐसा नहीं था कि वह पढ़ाई में बहुत कमजोर थे लेकिन अच्छे और लगातार दिन से छह 7 घंटे पढ़ाई करते थे |
पढ़ाई करने के बाद भी वह लगातार तीन बार एग्जाम में फेल हुए ज्यादा उदास हुए कुछ दिनों तक उन्होंने अपने आप को कमरे में बंद रखा वह फिर कमरे में बैठकर सोचते कि अब मुझे करना क्या है, और आगे करूं क्या तो इन्होंने अलग-अलग शहरों पर घुमा जैसे कि हैदराबाद मुंबई चेन्नई इन सारे जगहों पर घूमने के बाद ऐसा पता चलता है | उन्होंने लाइफ में उन्हें करना क्या उन्होंने फिर अहमदाबाद में डिलीवरी ब्वॉय का काम स्टार्ट किया करीब 1 घंटे में ₹37 मिला करते थे कुछ दिनों बाद उन्हें प्रमोशन मिला वह वेटर बन गए इसके बाद किताबें पढ़ने लगे और नए लोगों से अपना विचार एवं परामर्श लेने लगे और पहचान हुई और उनके विचारों से नए अनुभवी लोग मिले।
MacDonald मैं तो जॉब पहले से कर ही रहे थे और उनके दिमाग में यह आया कि बाहरी कंपनियां हमारे देश में बर्गर पिज़्ज़ा बेचकर खुद का ब्रांड बना चुकी है तो हम क्यों नहीं अपना खुद का प्रोडक्ट बना सकते हैं उनके दिमाग में सिर्फ एक चीज आई की चाय बेचना शुरू करना चाहिए आईडिया तो अच्छा था क्योंकि चाहे नार्थ का व्यक्ति हो जाए चाहे साउथ का सबको चाय चाहिए यह एक अच्छा बिजनेस उनके लिए लग रहा था।
उसके बाद वह खुद एक कैफे कैफे को स्टार्ट करना चाहते थे लेकिन उसमें 1500000 की जरूरत थी लेकिन उनके पास पैसा ना होने के कारण वह वहीं पर उसे छोड़ देते हैं फिर उन्होंने सोचा कि जैसा ही उसे स्टार्ट करते हैं तो वह खुद से बोले ड्रीम बिग बट स्टार्ट स्मॉल (dream big but start small) तो बस उन्होंने चाय का सारा सामान एवं सभी बर्तन लिए और चल दिए लेकिन उनके पास कुछ पैसा ना होने के कारण उन्होंने पापा से मांगा और उसने कोर्स खरीदने के लिए पापा से 15 सो रुपए मांगे उन्होंने दिया फिर उसी पैसे से उन्होंने अपना चाय का स्टाल एवं सारा सामान रखा।
इनके लिए सबसे मुश्किल वाला दिन यह था कि एमबीए होने के पश्चात वह एक चाय का ठेला लगाकर खड़े थे और पहले दिन उन्होंने एक भी चाय नहीं भेजी ना ही कोई ग्राहक आया । उन्होंने छोटे-मोट प्रमोशन किए और उनके दूसरे दिन 5 चाय बीके ।
Success Story In Hindi
वह हमेशा स्ट्रगल करने के लिए तैयार रहते थे 9:00 से 6:00 तक काम करना इसके बाद 7:00 से 11:00 तक चाय बेचना और लोगों से अंग्रेजी में बात करना और वह लोगों के नजरों पर आते गए। और वह ₹600 से 4000 5000 ऐसे करके अपनी ग्रोथ बढ़ाई और फिर उन्होंने जॉब छोड़ दी और पूरे दिन चाय बेचने लगे।
एक दिन अचानक पापा का फोन आता है और वह पैसों के बारे में पूछते हैं जो उन्हें 15 सो रुपए दिए थे पापा से झूठ बोल दिए फिश में खर्चे हो गए हैं और सब कुछ ठीक चल रहा था लेकिन हमेशा ऐसा नहीं होता है कि अगर आज आपका समय अच्छा चल रहा है तो कल भी अच्छा ही चलेगा उनका बिजनेस तो अच्छा ग्रो कर ही रहा था लेकिन कुछ लोगों ने उनकी दुकान बंद करवा दी।
जिसके कारण वह परेशान एवं चिंतित रहने लगे लेकिन कुछ कस्टमर थे जो उन्हें फेसबुक इंस्टाग्राम पर मैसेज किया करते थे कि दुकान क्यों बंद कर दी दुकान फिर से स्टार्ट करो तो उनके अंदर यह है आया कि नहीं मुझे फिर से चाय का स्टाल खोलना है फिर उसके बाद अहमदाबाद में जगह ढूंढा स्टार्ट किया और वह हॉस्पिटल के सामने एक जगह किराए पर लिए जो ₹10000 महीने देना पड़ता था जब उन्होंने नया स्टॉल खोला तो एमबीए चायवाला के नाम से रखा।
अब और एक समस्या पड़ी उनके नाम पर ट्रोल शुरू हो गया कि भाई एमबीए करने के बाद में चाय बेच रहा है बहुत लोगों ने मजाक बनाया लेकिन उन्होंने इस बात की कोई परवाह नहीं की और उनकी धीरे-धीरे ग्रोथ बढ़ती गई और एंटरप्रेन्योरशिप प्राकृतिक आपदाएं सामाजिक मुद्दे एवं तमाम तरीके के चर्चे होते रहते थे इस कारण उनकी ज्यादा पहचान बढ़ने लगी।
प्रफुल्ल बिलोरे की सफलता की शुरुआत उन्होंने 20 साल की कम उम्र में किया था 4 साल मैं इन्होंने जबरदस्त सक्सेस हासिल की और यह कई बार बता चुके हैं कि जब मैं पुरानी वाली स्टॉल चला रहा था तो मुझे कई बार जेल जाना पड़ा और इनके घर वालों को भी ट्रोल किया गया, और यह काम उनके माता-पिता को भी नहीं अच्छा लगता था लेकिन जब सक्सेज मिल जाती है तो सभी को सब काम अच्छे लगने लगते हैं आज फिर खुल बिलोरे एक बड़े से बड़े कॉलेज में अपना शौक एवं लेक्चर देते हैं और वह अच्छे इन्वेस्टर भी हैं।
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टर्नओवर तक़रीबन 5 से 6 करोड़ है |
Mr. Billore Ahmedabad Chai Wala