दोस्तो आज की इस आर्टिकल के माध्यम से हम सभी सीख देने वाली कहानियां (seekh dene wali kahani) पढ़ेंगे और हम इन कहानियों से बहुत कुछ सीखेंगे जैसे कि हमने कई ऐसी कहानियों के बारे में पहले ही बता चुके हैं जैसे की प्रेरणादायक कहानी, अच्छी सोच कहानी और रियल लाइफ स्टोरी इन हिंदी कई सारी कहानियों के बारे में हमने बताया है |
और इन कहानियों से भी हमें बहुत कुछ नया सीखने को मिलता है और उनसे ही मिलती-जुलती यह कहानी आपके लिए लेकर आए हैं सभी को सीख देने वाली कहानी आइए देर में करते हुए कहानी का आरंभ करते हैं और आप कहानी पढ़ने के पश्चात अपनी राय कमेंट में जरूर बताइएगा हमें अच्छा लगता है हमें आपके कमेंट का इंतजार है रहता है
सफल कहानी
बहुत लोग कहते हैं जहां चाह वहां राह उसी से मिलती-जुलती एक कहानी आपके लिए लेकर आए कहानी में एक बहुत बड़ा विशाल जंगल होता है और वहां सभी जानवर रहा करते थे जंगल में सभी जानवर बहुत ही अच्छे रहते थे वह किसी को नुकसान नहीं पहुंचाते थे जंगल के बगल में एक नदी थी और जंगल की सुंदरता को अति शोभित कर देती थी लेकिन जंगल के दूसरी और बहुत सारे खतरनाक जानवर रहते थे और वही एक सफेद बिल्ली भी रहा करती थी |
हालांकि वह दिल्ली के लिए यह जंगल बहुत ही अच्छा था बिल के लिए खाने पीने की हर चीजें यहां रहती थी मगर बिल्ली के पास समय बिताने वाला यहां पर कोई नहीं था उसके साथ पर और जंगल में जानवर तो बहुत थी मगर बिल्ली की जनसंख्या कम की बिल्ली का दोस्त कोई नहीं था बिल्कुल वह अकेला रहा करती थी 1 दिन अपने जैसा ही एक जानवर देखने को मिला लेकिन उस जानवर का रंग काला था और दूसरे को देखते ही बुरा नहीं लगा देखते ही देखते दोनों एक दूसरे पर झपट रहे थे और लड़ाई चल ही रहेगी कुछ देर बाद लड़ने के पश्चात समझा कर दोनों को इधर-उधर भेज दिया गया थोड़ी ही देर में जब दोनों शांत हो जाते हैं तो उनमें दोस्ती की भावना उत्पन्न होती है और वह दोस्त हो जाते हैं अब सफेद बिल्ली और उनका नया दोस्त दोनों साथ में रहते हैं |
उठते बैठते खाना खाकर खेलते फिरते सब जगह साथ-साथ जाते हैं पर अब सफेद बिल्ली को यहां पर बहुत अच्छा लग रहा था और सफेद बिल्ली को और दूसरे जानवरों से कोई रुचि कोई मतलब नहीं रहता था अब हर एक जानवर बिल्ली से दोस्ती करना चाहता थ पुराने समय में उनके द्वारा उसे अनदेखा करने वाले लोगों को वह बिल्ली भूली नहीं थी जिसकी वजह से वह किसी को भाव नहीं देती थी और लोगों को पसंद नहीं करती थी कुछ ही दिनों पश्चात वहां बहुत सारी बिल्लियां आ गई और सभी से सफेद बिल्ली ने दोस्ती कर ली अब तो बिल्ली की मानो निकल ही पड़ी हो उसके अनगिनत दोस्त हो गए और उसी प्रजाति के उसको दोस्त मिल गए लेकिन कुछ समय पहले उसके एक भी दोस्त नहीं थे |
चारों तरफ अब दोस्तों की भीड़ लग गई उनकी एक टीम सी बन गई बिल्ली को खुशियों का ठिकाना नहीं रहा और वह अपना अलग सा रॉयल बनाने लगी उसका बर्ताव कुछ ही समय पश्चात पता चला कि मैंने अपने पुराने दोस्तों को तो भूल ही गई जो उसके अंदर खुशी थी वह गायब हो गई उन दिनों में वह अकेले भले ही थी लेकिन आज से तो खींची थी तब उसने कोई रोकने वाला था ना कोई टोकने वाला था |
वह खुद से ही खुद गया राजा हुआ करती थी कोई उस पर रोग झाड़ने वाला नहीं होता था लेकिन अब इन सभी से मैं वह गई यह कहते हुए बिल्ली किनारे नदी पर बैठे सोच रहे थे वह दिन-रात बस इन्हीं सवालों में उलझी रहती थी जंगल में दूसरी तरफ वह सभी कोई नहीं जा सकते थे क्योंकि वहां बहुत खतरनाक जानवर रहते थे लेकिन वह कई दिनों सोचने समझने के पश्चात उसे अपनी गलती का एहसास हुआ और वह पुराने सभी दोस्तों को अपना लिया जो नहीं बोलते थे सबसे बोलने लगी।
बिल्ली नदी के किनारे बैठी हुई थी कि सामने दूसरा जंगल नदी के उस पार दिखाई दिया वह बहुत ही अति सुंदर नजारा वहां का देखते हुए वह बहुत खुश हो गए वहां जाने के लिए नाचने लगे लेकिन वह सोचने लगी कि अब मैं इस नदी को पार कैसे करूंगी नदी को पार करने के लिए उसने कई सारी तरकीबें सूची सोचने के पश्चात उसने एक नाव का तैयार की और वह दूसरी बिल्लियों से अलग होकर वह मौका निकाल कर नदी पार करना चाहते थे आसपास सेनाओं के लिए उसने लकड़ियां इकट्ठे की थी और उसी से बनाकर वह चुपके से नाव बना ली थी |
वह नाव पानी में रखकर खुद बैठकर वह निकल पड़ी और उसने अपना धैर्य और विश्वास नहीं कोई और वह अपनी हिम्मत बनाए रखें वह आज बहुत ही खुश थी अपने सभी बिल्लियों से बड़े ही प्रेम से बात की और उनकी गलत बातों को भी मुस्कुरा कर डाल दिया और सफेद बिल्ली को लगा कि सारी दुनिया सो रही है और तभी सफेद बिल्ली दबे पांव चुपचाप निकली नदी के किनारे की तरफ और वहां अपनी नौका पर बैठकर निकल पड़ी सुबह-सुबह सूरज निकलते ही बिल्ली की जिंदगी का नया शुरुआत था उसने नए जमीन एवं नई जगह पर अपने कदम रखे थे और वह अपनी सुंदर जंगल में पहुंच चुकी थी वह अत्यंत खुश थी वह खुशी के मारे चारों तरफ इधर-उधर घूम रहे थे और वह ऐसे ही मजे से रहने लगी एक नए जंगल और एक नई जिंदगी जीने लगी।
मोरल स्टोरी (सारांश )
बहुत लोगों को वर्तमान समय में खुश रहने की आदत नहीं है वह बदलाव चाहते हैं पर बदलाव करने के लिए क्या करें कैसे करें यह तरकीब ए सोचते रहते हैं और वह अवसरों को पहचानने में देरी कर देते हैं और खुद को फोकस करने में देरी कर देते हैं रास्ते खुद ब खुद बनते चले जाते हैं और बुझती जिंदगी को पीछे छोड़ हम कहीं आगे निकल जाते हैं यदि हमारे सही इरादे और पक्के इरादे हो तो हमें एक मंजिल मिल ही जाती है तो मित्रो हम इस कहानी पर यही सीखा कैसी लगी कहानी हमें कमेंट में जरूर बताएं।