दोस्तों यदि आप मोटिवेशनल स्टोरीज को पढ़ना चाहते हैं और सक्सेस पाना चाहते हैं तो यह कहानी आपके लिए है आपको बता दूं यह कहानी एक गरीब लड़के से शुरू होती है और वह सक्सेस कैसे पाता है एक छोटी सी उम्र में उससे आप सीकर आप भी अपने लक्ष्य को उसी प्रकार से हासिल कर पाएंगे आइए उस कहानी को सुनते हैं और अपनी राय हमें कमेंट में जरूर बताइएगा
short motivational stories in Hindi
बहुत पहले, एक गांव में एक गरीब लड़का था। दूसरे बच्चों की तरह खेलने के लिए उसके पास न तो खिलौने थे, न ही अधिक धन। फिर भी वह हमेशा खुश रहता था और हंसता था।
गाँव में एक दिन एक व्यापारी आया। “तुम बाजार जाकर कुछ खरीदना चाहते हो?” उसने पूछा, देखकर।”“हां, मुझे खेलने के लिए कोई खिलौना चाहिए,” लड़का ने मुस्काते हुए कहा।”
“मैं तुम्हें एक सोने का गोलू दूंगा, लेकिन इसके लिए तुम मेरे लिए एक छोटा काम करोगे,” व्यापारी ने कहा।”
लड़का राजी हो गया और एक व्यापारी से मिले। “यह बाल्टी लेकर तुम गांव के चरणधार झरने में जाओ और उसे बाल्टी से भरकर मुझे लाओ,” व्यापारी ने कहा। मैं तुम्हें सोने का गोलू नहीं दूंगा जब तक तुम यह नहीं करते।”
बहुत ऊँचा और भरा हुआ झरना था। लड़का बाल्टी से झरने को छू नहीं पाया, इसलिए वह निराश हो गया। वह अपने लक्ष्य को पूरा करने में असमर्थ था और यह काम असंभव था।
लेकिन फिर उसने एक बड़ा पत्थर देखा। लड़का ने पत्थर को झरने से ऊपर से बहते देखा। उसने पत्थर को ढीला करके उसके नीचे बाल्टी डाली। फिर वह धीरे-धीरे पत्थर को चढ़ाने लगा। थोड़ी मेहनत के बाद लड़का बाल्टी में पानी भरकर व्यापारी के पास ले आया। व्यापारी ने उसे देखकर सोने का गोलू दिया। व्यापारी ने युवक से पूछा, “तुमने यह कैसे किया? आपको लगता था कि यह असंभव है।”
क्योकि झरना बहुत ऊँचा था और भरा हुआ था। लड़का निराश हो गया क्योंकि वह बाल्टी से झरने को छू नहीं पाया। वह अपने लक्ष्य को पूरा नहीं कर पाया और यह असंभव था।
लेकिन उसके सामने एक बड़ा पत्थर आया। लड़का ने झरने से ऊपर से पत्थर बहते देखा। पत्थर को ढीला करके बाल्टी उसके नीचे डाली। फिर वह पत्थर को धीरे-धीरे चढ़ाने लगा। थोड़ी मेहनत के बाद लड़का व्यापारी के पास एक बाल्टी में पानी ले आया। व्यापारी ने उसे देखा और उसे सोने का गोलू दे दिया। युवक ने व्यापारी से पूछा, “तुमने यह कैसे किया? आप इसे असंभव समझते थे।” लड़का ने मुस्कराते हुए कहा। मैंने सोचा कि मैं इसे अपने लक्ष्य को पूरा कर सकता हूँ।”
इस कहानी से पता चलता है कि सफलता एक आवेश है, और हमें इसे अपने मन में रखना चाहिए। जब हम अपने मन को साहसी, सकारात्मक और विजयी विचारों से भरते हैं, तो हम अनंत संभावनाओं से जुड़ते हैं। इसलिए, अपने लक्ष्य को पूरा करने के लिए धैर्य, उत्साह और प्रतिबद्धता रखें। हमेशा खुश रहो और मजबूत बन जाओ।
सारांश
यह कहानी हमें यह भी सिखाती है कि सफलता कर्म में होती है, भाषण में नहीं। हमें अपने लक्ष्यों को पूरा करने के लिए सक्रिय रूप से काम करना चाहिए और हर अवसर का लाभ उठाना चाहिए।
इस कहानी से पता चलता है कि सफलता एक आवेश है, और हमें इसे अपने मन में स्थापित करना चाहिए। जब हम अपने मन को सकारात्मकता, संघर्षशीलता और विजयी विचारों से भरते हैं, तो हम खुद को अनंत संभावनाओं से जोड़ते हैं।
इसलिए, अपने लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए धैर्य, उत्साह और प्रतिबद्धता रखें। हमेशा खुश रहो और खुद को मजबूत बना कर रखना चाइये | हमे अपनी राय कमेंट बॉक्स में जरूर बताएं धन्यवाद !
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