Short stories in Hindi

Top 10 Moral stories in Hindi short – नैतिकता की कहानियां (June) Short Stories in Hindi

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Hindi short stories with moral for Kids 2023: दोस्तों आज के इस आर्टिकल पर हम short stories in Hindi बच्चों के लिए moral stories लाए हुए हैं । Short story with moral for kids बहुत ही अच्छे से कहानियां प्रस्तुत करेंगे। ताकि बच्चो को कुछ नया सीखने को मिलेगा और उन्हें आत्मविश्वास से भरे एवं साहस से भरे कुछ कहानियों के बारे में जानते है।


Short Stories in Hindi for Kids

बच्चों को इन बेहतरीन Short Stories of Hindi से रूबरू कराने के लिए लिए ही आज मैंने आप लोगों के लिए यह आर्टिकल “Short Inspirational Stories in Hindi” प्रस्तुत किया है। ये कहानियां सभी आयुवर्ग के लोगों के लिए हैं, लेकिन ख़ासकर इन्हें बच्चों के मनोरंजन के लिए लिखा गया है।

अक्षरा ने बुजुर्गों एवं अपने दादाजी से कहानियां सुनी हैं तथा दादी एवं नानी ने भी अक्सर सोते समय कहानियां सुनाइ है क्या आपने सुना है यदि सुना है तो जरूर हमें बताइएगा आपकी दादी एवं दादा या नानी जी ने आपको कैसी कहानियां सुनाई है।

1: लकड़हारा और सुनहरी कुल्हाड़ी की कहानी : Moral Stories in Hindi in Short

बहुत समय पहले की बात है एक जंगल में लकड़हारा रहता था। वह जंगल में लकड़ी कट्ठा करता रहता था और उसे अपने नजदीकी बाजार में जाकर बेचता था और 1 दिन की बात है वह एक पेड़ पर लकड़ी काट रहा था तभी गलती से उसकी कुल्हाड़ी नदी में गिर गई नदी ज्यादा गहरी थी |

और तेज बहाव होने के कारण कुल्हाड़ी बह गई और लकड़हारा कुल्हाड़ी त बहुत देर ढूंढता रहा और बैठ कर रोने लगा नदी के किनारे और रोने की आवाज शंकर भगवान आते हैं और लकड़हारे से पूछते हैं क्या हुआ क्यों रो रहे हो तो लकड़हारे नहीं बताया कि मेरी कुल्हाड़ी नदी पर गिर गई है और ढूंढने के पश्चात भी नहीं मिले और अपनी पूरी दस्तान बधाई बस इतने में भगवान गायब हो जाते हैं |

और वह सुनहरी कुल्हाड़ी लाकर देते हैं और लकड़हारे ने कहा यह मेरी नहीं है तो फिर भगवान ने चांदी की कुल्हाड़ी लाकर दी फिर लकड़हारा ने बोला यह भी मेरी कुल्हाड़ी नहीं है इस बार भगवान ने उसकी लकड़ी वाली कुल्हाड़ी लाइव धोलागढ़ हारा मुस्कुरा कर बोला यह मेरी कुल्हाड़ी है नदी के किनारे लकड़हारे की यही ईमानदारी देकर भगवान बहुत ही प्रसन्न हुए फिर उन्होंने सोनी चांदी वह लकड़ी की दोनों कुल्हाड़ी भेंट कर दिया।

इस कहानी से क्या सीख मिलती है बच्चों

यह कहानी हमें सिखाती है की इमानदारी से किसी का भी दिल जीता जा सकता है और ईमानदारी सर्वोत्तम नीति है।

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2: शेर और चूहे की कहानी: short Hindi story with moral

एक समय की बात है एक जंगल में एक शेर सो रहा था उस समय 1:00 सुबह उसके शरीर पर बहुत ही उछल कूद मचा रहा था वह अपने मनोरंजन में व्यस्त था इसे शेयर की नींद खराब हो गई और वह उठा गुस्सा हो गया और वह शेर चूहे को खाने को दौड़ा तो चूहा शेर से विनती करता है कि मुझे छोड़ दो और क्षमा कर दो आगे से ऐसी गलती नहीं करूंगा और आपकी भविष्य में कभी भी जरूरत होगी तो मैं आपकी मदद करूंगा शेर मुस्कुराया और हंसा जाने दिया।

कुछ सालों बाद उसी जंगल पर उस शिकारी आते हैं वे शिकार अपने जाल में शेर को फंसा लेते हैं और उसे एक पेड़ पर बांध देते हैं ऐसे मैसेज बहुत परेशान हूं खुद को छुड़ाने का बहुत ही प्रयास किया लेकिन वह है इस पर नाकामुरा शेर दहाड़ ने लगा आवाज लगाई दूर दर तक कोई नहीं और मदद के लिए नहीं आया लेकिन उसी करीबी रास्ते से चूहा गुजर रहा था |

उसे तकलीफ का आभास हुआ कि शेर परेशान है देखते ही चूहा शिकारियों से छुपकर आपने पहनी दांतों से जाल को काटने लगता है जाल को काटने में थोड़ा ही समय लगता है कि शेर बाहर आ जाता है और दोनों भाग जाते हैं शेर चूहे को धन्यवाद देता है और दोनों में गहरी दोस्ती हो जाती है और वह साथ मिलकर जंगल की ओर चले गए।

बच्चों इससे क्या सीख मिली

बच्चे इस कहानी से हमें सीख मिलती है कि अच्छे मन से किया गया काम हमेशा सफल होता है ।

3: लालची शेर की कहानी: short stories in Hindi for kids

एक समय की बात है गर्मियों के दिन थे और इधर उधर खाने की तलाश में लगा हुआ था उस देर खोजने के पश्चात में उसे एक खरगोश दिखा लेकिन उसे खाने की बजाय उसे छोड़ दिया क्योंकि वह बहुत छोटा था उससे उसका पेट नहीं भरता ।

और उसे ढूंढने के बाद में हिरण दिखाई देता है और उसके पीछे लग जाता है और उसे पकड़ने की तलाश में ज्यादा समय हो जाता है इससे वह थक जाता है क्योंकि वह पहले से ही भूखा था जिसके कारण वह हिरण को नहीं पकड़ पाया अब जब उसे कुछ और खाने को नहीं मिला तो वापस में खरगोश को खाने के लिए सोचा फिर वह खरगोश जहां उसे दिखाई दिया था वहां पर पहुंचा लेकिन खरगोश वह नहीं था जिसके कर खरगोश बहुत दुखी हुआ और उसे भूखा रहना पड़ा।

इससे क्या सीख मिली बच्चों

बच्चों इस कहानी से यह सीख मिलती है कि हमें अत्यधिक लोभ नहीं करना चाहिए जितना मिले उस पर खुश रहना चाहिए।

Short stories in Hindi

4: सुई देने वाली पेड़ की कहानी: Hindi short stories with moral

एक समय की बात है एक जंगल में दो भाई रहते थे उन दोनों में बड़ा भाई का बर्ताव सही नहीं था छोटे भाई के प्रति वह खाने-पीने की वस्तुओं में और कपड़े पहनने से लेकर कोई भी वस्तु लेने में सबसे पहले अपने लिए देता था फिर कभी छोटे भाई को फिर 1 दिन बड़े भाई ने तय किया पास के जंगल में जाकर लकड़िया लाएगा ।

उसे बाजार में भेजेगा और उसे कुछ पैसे कम आएग और मैं जैसे ही जंगल गया बहुत सारे पेड़ काटे फिर ऐसी ही एक के बाद एक पेड़ काटते हुए लकड़ियों का ढेर लगा दिया ऐसे ही एक जादुई पेड़ को काटने लगा लेकिन उसे नहीं पता था कि यह जादुई पेड़ है वह पेड़ उसे मना करता है कि वह मेरी शाखाएं ना काटे मुझे छोड़ दो मैं तुम्हें खाने के लिए सेव दूंगा समय-समय पर लकड़िया दूंगा ।

लेकिन वह लालच की वजह से पेड़ को धमकी दी और उसे काटने लगा ऐसे में जादुई पेड़ सेब देने की बजाय हजारों सोयो की बौछार कर दी जिससे वह पेड़ से गिर पड़ा और दर्द के मारे लौट लौट के रोने लगा और वही उसका भाई इंतजार कर रहा है कि मेरा भाई अभी तक जंगल से वापस क्यों नहीं आया वह चिंतित था लेकिन समय ज्यादा होने के कारण वह इंतजार नहीं कर पाया ।

वह जंगल पहुंचा तो भाई को देखा सैकड़ों सही छुपी हुई थी उसके मन पर दया आई और वह पहुंचकर धीरे-धीरे सभी सुईया हटाई यह सभी चीजें बड़ा भाई देख रहा था उसे अपने बर्ताव पर बहुत ही गुस्सा आया और वह प्रेषित था और उस से माफी मांगी छोटे भाई से उस पर मैंने बड़े भाई के दिल में आए बदलाव को देखा और उसे सुनहरा शेर दिया और वह खाते हुए उसको आगे चले गए और जब भी आते हैं उस पेड़ से हाथ जोड़कर क्षमा मांगते है और एक तरफ से धन्यवाद भी कहते हैं।

बच्चे इस कहानी से क्या सीख मिली

इस कहानी से हमें सीख मिलती है हमेशा हमें दयालु और शालीन भाव से रहना चाहिए क्योंकि समय इतना छोटा है कब कौन किससे साथ छोड़न दें।

Moral stories in Hindi

5: हाथी और उसके दोस्तों की कहानी : short moral stories in Hindi for class 1

लिखने की बात है जंगल में एक अकेला हाथी एक अलग से जंगल में रहने के लिए आ गया और वह दोस्त बनाने के लिए देख रहा था कि वह एक उसे बंदर दिखाई दिया तो हाथी ने बंदर को नमस्ते कहा क्या आप मेरे दोस्त बनोगे बंदर ने कहा तुम मेरी तरह भूल सकते हो?

तो हाथी ने कहा मेरा शरीर भारी होने के कारण मै झूले में झूल नहीं सकता फिर हाथी खरगोश के पास गया खरगोश से पूछा क्या आप मेरे दोस्त बनोगे तो तो खरगोश ने कहा आप मेरे दिल में नहीं रह सकते और उसमें फिट नहीं हो सकते इस कारण आप मेरे दोस्त नहीं बन सकते।

हाथी उदास होकर तालाब की ओर चलता है और तालाब में देखता है कि मेरा बहुत उछल कूद कर रहा है तो और उसे देख कर बोलता है, मेरे मेंढक भैया क्या आप मेरे दोस्त बनोगे? मेरा जवाब देता है आप मेरी तरह उछल कूद नहीं कर सकते हो इस कारण वह मेरे दोस्त आप नहीं बन सकते हो अब हाथी वास्तव में दुखी हो जाता है और इधर उधर के सवाल जवाब मन में उड़ते हैं और वह जंगल की ओर चल देता है धीरे- धीरे।

जंगल में सुबह-सुबह एक हलचल फिल्म जानवर सभी इधर उधर भाग रहे थे और एक भालू से पूछा कि इस उपद्रव के पीछे का कारण क्या है और बात क्या है पूरी तो भालू ने कहा जंगल का शेर शिकार के लिए निकला हुआ है उससे बचने के कारण सभी इधर उधर भाग रहे हैं यह सुनते ही हाथी शेर के पास गया और उसे विनती की कि कृपया निर्देश लोगों को छोड़ ना पहुंचाएं।

और उन्हें अकेला छोड़ दे और वह कहीं और जाकर अपना शिकार ढूंढ ले ऐसे में शेर ने मजाक उड़ाया और हाथी को एक तरफ जाने को कहा तभी हाथी को गुस्सा आता है और वह शेर को ताकत लगाकर धक्का दे देता है तो वह भी जाता है और उसे काफी गहरी चोट आ जाती है ।

जिसके कारण वह भाग जाता है और सभी जानवर यह देखकर बहुत ही आनंदित हो जाते हैं और सभी दोस्ती के लिए कहते हैं इस तरीके से होल के सभी दोस्त बन जाते हैं और वह सभी मिलकर साथ रहने लगते हैं।

बच्चों इससे क्या सीख मिलती है

एक व्यक्ति के आकार और मूल्य का निर्धारण नहीं करता मतलब कि छोटा आकार हो या बड़ा कर इंसानियत तय करती है।

Moral stories in Hindi

6: दो मेडक की कहानी – Short animal stories in Hindi

एक बार की बात है एक मेंढको का समूह जंगल में घूम रहा था उनका लक्ष्य पानी था पानी का समूह ढूंढना और वह ढूंढते ढूंढते गड्ढे की खाई पर गिर जाते हैं ‌। और दूसरा समूह अपने दूसरे साथियों के बारे में चिंतित हो जाते हैं और वह दो मेंढकों से कहा कि गहरे गड्ढे से बचने का कोई रास्ता ढूंढो तभी दूसरा समूह बोलता है कि कोशिश करने का कोई मतलब नहीं है और वह कोशिश करते हैं और बाहर जाने का रास्ता की तलाश करते हैं।

और दो मेंढकों वैसे एक ने दूसरे मेरे को पर विश्वास करना शुरू कर दिया और वह कभी गड्ढे से नहीं बच पाएंगे यह हार मान लेने के बाद में मृत्यु हो जाती है दूसरा मेंढक अपनी कोशिश जारी रखता है निकालने के लिए तरह-तरह के अनेक विचार एवं कोशिश करता रहता है और वह छलांग लगाता है लेकिन अचानक से ऐसी छलांग लगा देता है कि वह खड्डे से बाहर आ जाता है ।

मेडक का दूसरा साथी बाहर था यह देखकर वह बहुत ही खुश हुआ और उसे विश्वास नहीं हो रहा था कि मेरा साथी कैसे फिर उसने अपनी कोशिश करने की सारी बातें बताई, उसके इस कोशिश पर खुश होकर दोनों कुत्ते हुए आगे बढ़ गए।

इस कहानी से क्या सीख मिलती है बच्चों

इस कहानी से हमें यह सीख मिलती है कि विश्वास और उम्मीद आप कोशिश करते हैं तो मुश्किल से मुश्किल काम सफलतापूर्वक हो जाएगा।

Moral stories in Hindi

7: मूर्ख गधा की कहानी : simple short motivation stories in Hindi

एक समय की बात है एक नमक भेजने वाला अपने गधे पर नमक की थैली लेकर बाजार में जाता था और उसे बेचकर आता था लेकिन रास्ते में उन्हें एक नदी पार करना पड़ता था और 1 दिन नदी पार करते वक्त गधा अचानक नदी में गिर गया और वह नमक की थैली भी पानी में गिर गई ताकि नमक से भरा हुआ थैला था इस कारण वह पूरा नमक पानी में बह गया।

लेकिन वह धीरे-धीरे बेहतर है इससे वह हल्का हो गया इसकी वजह से गधा बहुत खुश हुआ उसे आराम भी मिली और वह अब फिर हर रोज वही चला कि करता जब भी नदी पार करना होता वह जानबूझकर नदी में गिर जाता ताकि नमक घुल जाए और हल्का वजन हो जाए इससे नमक बेचने वाले को काफी नुकसान उठाना पड़ता था और नमक बेचने वाले को गधे की चाल समझ आ गई थी ।

उसके बाद उसे सबक सिखाने का फैसला लिया और अगले दिन उसने गधे पर एक रुई से भरा थैला ला दिए लेकिन यह बात करें तो नहीं पता थी और वह उसकी यही उम्मीद थी कि अब थैला और इससे ज्यादा भी हल्का हो जाएगा यदि मै पानी में गिरा दूंगा ।

तो लेकिन वह पानी में जैसे ही गिरा देता है तो वह 4 गुना ज्यादा वजन हो जाता है इससे वह अपने किए गए पर पछतावा करता है और उस दिन के बाद उसने कोई चाल नहीं चली और वह सही सलामत काम करने लगा और नमक बेचने वाला व्यापारी भी बहुत खुश हुआ।

इस कहानी से क्या सीख मिलती है बच्चों

इस कहानी से हमें यह सीख मिलती है कि हमेशा अपनी बुद्धि का इस्तेमाल करें न की चलाकि करें।

simple short motivation stories in Hindi

9: लोमड़ी और अंगूर की कहानी : good short moral stories in Hindi

एक समय की बात है एक जंगल में एक लोमड़ी रहती थी लेकिन वह एक दिन उसे बहुत ही ज्यादा भूख लगी थी उसने पूरे जंगल में छान मारा लेकिन उसे कहीं पर भी खाने को नहीं मिला था इतनी मेहनत और खोज करने के पश्चात उसे कुछ ऐसा नहीं मिला जिसे वह खाना खा सके ।

और अपना पेट भर सके और जैसे ही उसका पेट में गड़गड़ाहट हुआ और वह एक किसान की दीवार से टकरा गया और उसके यहां पर देखते हैं रसीला गुरु को चा पिताजी और सुंदर थे लोमड़ी को लगा कि यह खाने के लिए बहुत अच्छे से तैयार हैं ।

और अंगूर तक पहुंचने के लिए लोमड़ी को हवा में ऊंची छलांग लगानी पड़ी कूदते ही उसने अंगूर पकड़ने के लिए अपना मुंह खोला लेकिन वह योग्य लोगों ने फिर कोशिश की लेकिन फिर वह सो गया ऐसे कई बार कोशिश की लेकिन असफल रहा अंत में लोमड़ी ने फैसला लिया कि अब वह कोशिश नहीं कर सकता और उसे घर चले जाना चाहिए जब वह चला गया तो वह मन ही मन बुधबुदाया और मुझे यकीन है कि अंगूर वैसे भी खट्टे थे ।

इस कहानी से क्या सीख मिलती है बच्चों

बच्चों हमें इस कहानी से सीख मिलती है कि हमारे पास जो कुछ नहीं है उसका तिरस्कार ना करें।

 good short moral stories in Hindi

10: लालची आदमी की कहानी: motivational short stories in Hindi

एक समय की बात है एक छोटे से गांव में एक लालची आदमी रहता था वह बहुत ही धनी था लेकिन उसके बावजूद भी वह लालच बहुत करता था उसे सोने की चीजें एवं कीमती वस्तुएं बहुत ही पसंद थी लेकिन एक बात जरूर थी वह अपनी बेटी को किसी भी चीज से ज्यादा प्यार करता था ।

एक दिन वह से एक परी दिखाई थी जब वह उसके पास आया तो उसे देखा कि पेड़ की कुछ शाखाओं में परी के बाल फस गए थे उसने उसकी मदद की और परी उन शाखाओं से आजाद हो गई लेकिन जैसे-जैसे उसका लालच हावी हुआ उसने महसूस किया कि उसके इस बदन के बदले में एक इच्छा मांग कर वे आसानी से अमीर बन सकता है यह सुनकर परी ने उसे एक इच्छा की पूर्ति करने का मौका भी दिया ।

ऐसे में उस लालची आदमी ने कहा कि जो कुछ मैं खाऊं वह सब सो ना हो जाए बदले में यह इच्छा को भी उसी ने पूरी कर दी इच्छा पूरी हो जाती है तब लालची आदमी अपनी पत्नी और बेटी को अपनी इच्छा के बारे में बताने के लिए घर भागा उसने हर समय पत्थरों और कम को छूते हुए और उन्हें सोने में परिवर्तित होते देखा जिसे देखकर बहुत ही खुशी हो गया ।

लेकिन घर पहुंचते ही उसने अपनी बेटी से वेतन करने के लिए दौड़ा जैसे ही उसकी बाहों में उसने ले लिया तो वह भी सोने की मूर्ति नहीं और यह पूरी घटना उसके सामने देखते ही देखते हो गया और उसे अपनी गलती का एहसास भी हो गया और वह काफी जोर जोर से रोने लगा अपनी बेटी को वापस लाने की कोशिश करने लगा और वह परी की तलाश में निकल पड़ा लेकिन परी को पता था ।

कि वह ढूंढते ढूंढते जरूर आएगा और वह मिल जाती है और उसे उसकी मूर्खता का एहसास दिलाती है और परी उसके बच्चों एवं परिवार सभी को सही कर देते हैं इससे लालची आदमी को बहुत ही अपने किए पर पछतावा होता है।

इस कहानी से क्या सीख मिलती है बच्चों

इस कहानी से यह सीख मिलती है कि जिस चीज की जरूरत है वही चीज ले एवं अत्यधिक लालच बहुत ही खराब साबित हो जाता है।

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